
समीर वानखेड़े:
एलओसी पार कर पाकिस्तान जाने वाली नागपुर की सुनीता जामगड़े के मामले में नई जानकारी सामने आई है। कश्मीर पुलिस भारतीय सीमा पार कर पाकिस्तान जाने वाली सुनीता से पूछताछ करने नागपुर पहुंच गई है। इस बीच यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि कश्मीर पुलिस जांच के लिए सुनीता जामगड़े को कश्मीर ले जा सकती है। बताया जा रहा है कि कोर्ट के आदेश के बाद प्रोडक्शन वारंट हासिल करने के बाद यह कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच जांच में पता चला है कि सुनीता ने गूगल मैप्स की मदद से एलओसी (भारत-पाकिस्तान) पार की है। इसलिए फिलहाल सुनीता जामगड़े के मोबाइल की जांच की जा रही है। हालांकि, इसमें मैलवेयर होने की आशंका के चलते साइबर टीम मोबाइल की बारीकी से जांच कर रही है। इस दौरान सुनीता दो लोगों के संपर्क में थी। इनमें से एक जुल्फिकार नाम का शख्स था। सुनीता 4 मई को नागपुर से कश्मीर घूमने की बात कहकर घर से निकली थी। फिर 14 मई को कारगिल पुलिस से सूचना मिली कि वह अपने बच्चे को छोड़कर पाकिस्तान चली गई है। इसके बाद पाकिस्तानी प्रशासन ने उसे बीएसएफ के हवाले कर दिया। बीएसएफ द्वारा महिला को हिरासत में लेने के बाद अमृतसर पुलिस ने प्रारंभिक जांच की। इसके बाद उसे नागपुर लाया गया। फिलहाल राष्ट्रीय एजेंसी इस मामले की जांच कर रही है।
एलओसी पार कर पाक अधिकृत कश्मीर में जाने वाली सुनीता से एनआईए के अधिकारी पूछताछ करेंगे। ज्ञात हो कि 28 मई से नागपुर पुलिस की हिरासत में चल रही सुनीता ने पूछताछ के दौरान नागपुर पुलिस के साथ ज्यादा सहयोग नहीं किया है और अब उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। जांच एजेंसियों को संदेह है कि स्थानीय मदद के बिना सुनीता महज कुछ घंटों में एलओसी पार कर पाक अधिकृत कश्मीर में इतनी दूर नहीं जा सकती थी। जांच एजेंसियां इस बात की जांच कर रही हैं कि कश्मीर में स्थानीय स्तर पर उसकी मदद किसने की। गौरतलब है कि सुनीता अपने नाबालिग बेटे को कारगिल के पास छोड़कर एलओसी पार कर गई थी। संबंधित बच्चा कल कश्मीर में बाल कल्याण समिति की हिरासत से नागपुर में अपने परिवार के पास पहुंचा था।